IPL 2020 का टाइटल स्पॉन्सर नहीं है पूरी तरह देसी, CAIT ने BCCI से जताई नाराजगी
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2020 के सीजन के लिए चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के साथ लीग के मुख्य प्रायोजक के तौर पर डील सस्पेंड की थी तो ऐसा लग रहा था कि आइपीएल को अब देसी टाइल स्पॉन्सर मिलेगा। 18 अगस्त को आइपीएल को नया स्पॉन्सर मिला जो देसी तो है, लेकिन इसमें चीन की कंपनियों का निवेश है। ऐसे में बीसीसीआइ के खिलाफ फिर से विरोधी स्वर उठे हैं।
दरअसल, खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आइपीएल के मुख्य प्रायोजक में कथित तौर पर चीन के निवेशकों के हिस्सेदार होने को लेकर विरोध जताते हुए बुधवार को बीसीसीआइ को पत्र लिखा। कैट ने बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली को लिखे पत्र में कहा कि हमें यह जान कर गहरा दुख हो रहा है कि अब ड्रीम 11 को आइपीएल 2020 के प्रायोजक के रूप में चुना गया है, जिसमें चीन की कंपनी टेनसेंट ग्लोबल प्रमुख शेयरधारकों में से एक है
कैट ने ड्रीम इलेवन को आइपीएल के मुख्य प्रायोजक के अधिकार देने को लेकर कहा है, “हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि ड्रीम 11 को स्पॉन्सरशिप (प्रायोजक अधिकार) देना और कुछ नहीं, बल्कि चीन के खिलाफ भारत के लोगों की भावनाओं की उपेक्षा करना है। कैट चीन के सामानों के बहिष्कार के अभियान की अगुआई कर रहा है।” पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़क के बाद भारत में चीन के सामान का बहिष्कार हो रहा है। इसी वजह से बीसीसीआइ ने वीवो के साथ डील इस साल के लिए कैंसिल की थी
क्या है Dream 11 का चीनी कनेक्शन?
CAIT का मानना है कि Dream 11 का परिचालन करने वाली Sporta Technologies Private Limited कंपनी मुंबई की है, लेकिन इस कंपनी में स्टीडव्यू कैपिटल और टेनसेंट होल्डिंग्स ने निवेश किया हुआ है। ये दोनों ही कंपनियां चीन की हैं, जो ड्रीम इलेवन के अलावा भारत में बायजू, फ्लिपकार्ट, ओला और हाइक जैसी कंपनियों में निवेश कर चुकी हैं। ऐसे में एक बार फिर से आइपीएल के टाइटल स्पॉन्सर का चीनी कनेक्शन सामने आया है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.