आरएसएस ने दिल्ली दंगों पर आधारित किताब का विरोध करने वालों को ‘जिहादी’ कहा
नई दिल्ली। दिल्ली दंगों पर लिखी गई किताब को ब्लूम्सबरी इंडिया द्वारा प्रकाशित न करने के फैसले पर आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने बड़ा हमला बोला है। उसने इसका विरोध करने वालों को ‘कम्युनिस्ट इस्लामिस्ट लॉबी’ और ‘जिहादी नक्सल शिविर’ कहा है। यह तीखा लेख आरएसएस के हिंदी मुखपत्र पांचजन्य द्वारा बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पर लिखे उस लेख के बाद आया है जिसमें उन्हें ड्रैगन का पसंदीदा खान कहा गया था।
जेहादी और नक्सली मानसिकता के लोगों के दबाव में आकर रोका गया प्रकाशन
दिल्ली दंगों को हिंदू विरोधी ठहराते हुए कहा गया है कि इसका प्रकाशन अभिव्यक्ति की आजादी का विरोध करने वाले जेहादी और नक्सली मानसिकता के लोगों के दबाव में आकर रोका गया है। लेख में कहा गया है कि ब्लूम्सबरी इंडिया ने लेखकों और अनुबंध का उल्लंघन किया है।
उसने कम्युनिस्ट-इस्लामवादी लॉबिस्टों के दबाव में आकर ‘दिल्ली रायट्स् 2020 : द अनटोल्ड स्टोरी’ नामक पुस्तक प्रकाशित करने से अपना हाथ खींच लिया। गौरतलब है कि ब्लूम्सबरी इंडिया ने शनिवार को दिल्ली दंगों से जुड़ी एक किताब का प्रकाशन नहीं करने की घोषणा की थी। प्रकाशन संस्था ने यह घोषणा उनकी जानकारी के बिना किताब के बारे में एक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किए जाने के बाद की थी।
24 घंटे में 15 हजार कॉपियां बुक
किताब इनके विरोध के कारण पैदा हुए विवाद के बाद लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गई और 24 घंटे के अंदर एडवांस में इसकी 15 हजार कॉपियां बुक हो गई हैं। ट्विटर पर मिल रही धमकियों और विरोध के बाद आखिरी मौके पर प्रकाशक ब्लूम्सबरी इंडिया ने किताब को छापने से मना कर दिया था। इसके बाद गरुड़ प्रकाशन आगे आया और उसने हिंदी और अंग्रेजी में इसे छापने का फैसला किया। गरुड़ प्रकाशक के संक्रात सानू ने ट्वीट कर बताया कि किताब को छापने का फैसला किए कुछ ही घंटे हुए हैं। इसके लिए इतने ज्यादा आर्डर मिले हैं कि हमारी वेबसाइट क्रैश हो गई।
प्रकाशक के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे
वहीं, इस बारे में सुप्रीम कोर्ट की वकील और किताब की लेखिका मोनिका अरोड़ा ने कहा कि ब्लूम्सबरी इंडिया के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। किताब की दोनों सहलेखिकाओं प्रोफेसर सोनाली चितलकर और प्रोफेसर प्रेरणा मल्होत्रा से इस बारे में बातचीत हो रही है। किताब की लोकप्रियता पर मोनिका अरोड़ा ने कहा कि हम सच को लेकर आगे बढ़ रहे थे। सत्य कभी दबता नहीं, थमता नहीं है। कुछ ही घंटों में 15 हजार कॉपियां पाठकों ने बुक कर ली हैं। गैंग के लोग खामोश हैं। उन्होंने भी ट्वीट किया है, ‘रोक सको तो रोक लो..।’
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