कोरोना कहर के बीच मलेरिया डेंगू की रोकथाम के लिए बैठक संपन्न मलेरिया डेंगू रोकथाम के लिए हमें सतत कार्य करना होगा – डॉ० सोनगरा
- जितेन्द्र सिंह राठौड़
सोयतकलां
एक तरफ काेराेना वायरस के बढ़ते कहर के कारण स्वास्थ्य विभाग परेशान है, वहीं अब डेंगू और मलेरिया काे राेकने के लिए भी विभाग के आगे चुनाैती खड़ी है। ऐसा इसलिए क्याेंकि जो स्वास्थ विभाग के कर्मचारी कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लगे हुए थे उन्हें ही डेंगू और मलेरिया की राेकथाम के लिए काम करना है, ऐसे में अब आने वाले दिनाें में अगर डेंगू और मलेरिया के मरीज आते है ताे उन्हें एडमिट करने से लेकर डाेर टू डाेर सर्वे, एरिया में फाेगिंग करवाने, एंटी लार्व स्प्रे करना व लाेगाें की ब्लड स्लाइड बनाकर उनकी रिपाेर्ट तैयार करवाने वाले काम पर भी असर पड सकता है।
मलेरिया डेंगू की रोकथाम में हमे-
मलेरिया डेंगू की रोकथाम के लिए हमें निरंतर कार्य करना होगा तभी हमारे प्रयास सफल होंगे। जून में मच्छर का प्रजनन होता है एवं व्यस्क मच्छर लगभग एक माह तक जीवित रहती है। इसी कारण प्रत्येक वर्ष माह जून को मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है। मलेरिया निरोधक माह में परीजीवी उन्मूलन एवं रोग प्रबंधन के तहत त्वरित निदान एवं पूर्ण उपचार के लिए प्रत्येक स्तर पर व्यवस्था हमें करनी होगी उक्त बात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ० सुशील सिंह सोनगरा ने मलेरिया निरोधक माह के अंतर्गत आयोजित बैठक में शनिवार को कहीं। डॉ० सोनगरा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान एवं ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस में शंकास्पद मलेरिया प्रकरण गर्भवती महिला के रक्त जांच रक्त पट्टी से किए जाये। लार्वा नियंत्रण के लिए जमे हुए पानी का निकास, नालियां एवं हैंडपम्प के आसपास की सफाई नगर पंचायत व ग्राम पंचायत से सहयोग लेकर करवाई जावे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रेम यादव रामगोपाल पाटीदार पवन शर्मा मनोज दीक्षित ओमप्रकाश राठौर अनिता पुसे के साथ अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।